Cibil score kaise badhaye: अपना सिबिल स्कोर कैसे बढ़ाएं?


Cibil score kaise badhaye : अपना सिबिल स्कोर कैसे बढ़ाएं ?

Cibil score kaise badhaye : जैसा कि हम जानते है हमारे द्वारा किसी भी प्रकार का वित्तीय लेन देन ही हमारे व्यावहार को दर्शाता है जिसे वित्तीय भाषा में क्रेडिट स्कोर कहा जाता है।

अगर हमें किसी भी वित्तीय संस्था से छोटा या बड़ा लोन की आवश्यकता होती है तो वह सबसे पहले हमारे Credit Score क्रेडिट स्कोर का पता करती है। तो यह हमें पता होना चाहिए कि हमारा क्रेडिट स्कोर कैसे केलकुलेट किया जाता है और हमें इसको लेकर क्या सावधानी रखनी चाहिए।

Cibil Score सिबिल क्रेडिट स्कोर के लिए ये सावधानी बरतनी चाहिए –

1 किसी लोन को तय समय में ही चुकाये। 

अगर हमने कोई लोन लिया है तो उसे चुकाना आपकी प्राथमिकता में शामिल होता है. तो हम कर्ज लेने के बाद उसे जल्द से जल्द उतारने के चक्कर में लगे रहते हैं. बहुत से लोग होम लोन का प्री पेमेंट या कार लोन का प्री पेमेंट कर उसे जल्द से जल्द खत्म करना चाहते हैं. लेकिन अगर लोन को जल्द चुकाते हैं तो इससे आपके क्रेडिट स्कोर पर बुरा असर पड़ सकता है. इसलिए यह बात हमेशा ध्यान में रखे कि लोन के लिए जो पीरियड हमने सलेक्ट किया है उसी पीरियड में लोन चुकता करे।

2 निश्चित तारीख को कार्ड का भुगतान करे। 

अपने क्रेडिट कार्ड का भुगतान तय तारीख को ही करना चाहिए अन्यथा इसमें चूक होने पर आपका बैंक आपके क्रेडिट कार्ड भुगतान में देरी पर आपसे लेट चार्ज भी लेगा और आपका क्रेडिट स्कोर को भी प्रभावित करेगा इसलिए इससे बचे ।

3 क्रेडिट कार्ड की लिमिट को पूरा उपयोग ना करे।  

मान लीजिये हमारे पास ₹50000 का कर्ज क्रेडिट उपलब्ध है और हम  ₹30000 का कर्ज लेते हैं तो इससे हमारा क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो बेहतर बना रहता है. आपके क्रेडिट अकाउंट की उम्र से भी आपकी क्रेडिट हिस्ट्री की लंबाई सुनिश्चित की जाती है इसलिए कभी भी कार्ड की कर्ज लिमिट पूरी उपयोग नहीं करे।

4 एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड है को उसे बंद ना करें। 

अगर हम हमारा एक क्रेडिट कार्ड बंद कर देते है तो भी हमारा क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो बढ़ जाता है जिससे हमारे क्रेडिट स्कोर पर नेगेटिव प्रभाव पड़ता है। इसलिए कोई भी कार्ड लेने से पहले सोच समझ कर ही कार्ड लेना चाहिए। क्योंकि वित्तीय संस्थाये हमें कई तरह के प्रलोभन देती है।

5 बार बार क्रेडिट इन्क्वायरी ना करें।

क्रेडिट इंक्वारी की वजह से भी आपके क्रेडिट स्कोर पर असर पड़ता है इसलिए बिना जरुरत के किसी भी वित्तीय संस्थान में क्रेडिट इन्क्वारी नहीं करनी चाहिये।

क्रेडिट ब्यूरो 30 से 45 दिन के अंतराल में रिपोर्टिंग करता है

निष्कर्ष : अतः इस प्रकार से आप अपने सिबिल/क्रेडिट स्कोर को बेहतर बनाने की कला हासिल करके अपनी परिसम्पति सुरक्षित करने से ले कर कम ब्याज पर लोन लेने तक सभी वित्तीय कार्यो की सुविधा मिल जाती है। इस इसलिए याद रखे हमेशा उपरोक्त बताये अनुसार ही वित्तीय व्यवहार करें।

हम आशा करते हैं कि इस आर्टिकल से आपको यह जानकारी अच्छी लगी होगी इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें ताकि उन्हें भी वित्तीय जानकारी मिल सके।


Leave a Comment